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गुरुवार, 29 मार्च 2018

गुरुवार, मार्च 29, 2018

महावीर जयंती 2018


                          महावीर जयंती 2018

महावीर जयंती इस वर्ष  29 मार्च 2018( गुरुवार) को मनाया जाएगा।महावीर जयन्ती का पर्व महावीर स्वामी के जन्म दिन के रूप में चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को मनाया जाता है।इस महोत्सव पर जैन मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जाता है। भारत में कई जगहों पर जैनों द्वारा अहिंसा रैली निकाली जाती है। इस अवसर पर गरीब एवं जरुरतमंदों को दान दिया जाता है। कई राज्यों में मांस एवं मदिरा की दुकाने बंद रखने के निर्देश दिए जाते हैं।


भगवान महावीर का जीवन परिचय Life of Lord Mahavir in Hindi -
महावीर स्वामी


जैन धर्म भारत की श्रमण परंपरा से निकला धर्म है .जैन धर्म में २४ तीर्थंकर हुए हैं ,जिनमें २४ वें तीर्थंकर महावीर स्वामी माने जाते हैं . इन्हें जैन धर्म का वास्तविक स्वामी माना जाता है . इनका वास्तविक नाम वर्धमान था .इनका जन्म ५४० ई.पू. में वैशाली के निकट कुंडग्राम में हुआ था . इनके पिता सिद्धार्थ ग्र्यातक कुल के राजा थे और माता का नाम त्रिशाला था .  संसार की अवस्था से दुखी होकर आपने ३० वर्ष की अवस्था में बड़े भाई नन्दिवर्धन से आज्ञा लेकर गृहत्याग कर दिया . ४२ वर्ष की आयु में ज्रिम्भिक ग्राम से रिजुपालिका नदी के किनारे साल वृक्ष के नीचे उन्हें कैवल्य की प्राप्ति हुई . इसके बाद वे कैव्लिन कहलाये . सभी इन्द्रियों पर विजय के कारण इन्हें जिन कहा गया . ज्ञान प्राप्ति के बाद महावीर ने अपना प्रथम उपदेश राजगृह जे निकट मेघकुमार को दिया .जमाली इनका प्रथम शिष्य बना .चंपा नरेश दधिवाहन की पुत्री चन्द्रना इनकी प्रथम भिक्षुणी बनी . तत्कालीन शासकों में चेतक , दधिवाहन ,बिमिबिसार ,अजातशत्रु ,उद्यान ,चंद प्रद्योत की आस्था जैन धर्म में थी .इनका महापरिनिर्वाण ७२ वर्ष की आयु में पावा राजगृह के पास मल्लराजा सस्तिपाल के राजप्रसाद में ४६८ ई.पू. में हुआ .

महावीर स्वामी की शिक्षाएं  -

महावीर स्वामी ने संसार को दुःख से पूर्ण माना . मनुष्य मृत्यु से आक्रांत है ,उसे तमाम तरह की वासनाएं घेरे रहती हैं . यही उसके दुःख का कारण है . संसार के सभी प्राणी अपने कर्मों के अनुसार फल भोगते हैं .कर्मफल से छुटकारा पाने से ही निर्वान प्राप्ति हो सकती हैं . अतः उन्होंने त्रिरत्न की प्राप्ति का लक्ष्य दिया -

१. सम्यक ज्ञान
२. सम्यक दर्शन
३. सम्यक आचरण


जैन धर्म के अनुसार कर्मों के आधार पर सभी सांसारिक प्राणियों को फल की प्राप्ति होती है . जन्म और मृत्यु का कारण कर्मफल है .निर्वान की प्राप्ति इससे मुक्त होकर ही की जा सकती है इसीलिए अन्तकरण की शुद्धि ,ब्राह्य शुद्धि से अधिक महत्वपूर्ण हैं  . सदाचार व सच्चरित्र उनके मूल आधार है . वास्तव में जैन धर्म अनीश्वरवादी एवं निव्रित्तिवादी है . अतः ईश्वर सृष्टिकर्ता नहीं है .कर्म जीवन में महत्वपूर्ण है .

महावीर जयंती Mahavir Jayanti Details in Hindi -

महावीर जयन्ती का पर्व महावीर स्वामी के जन्म दिन के रूप में चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस महोत्सव पर जैन मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जाता है। भारत में कई जगहों पर जैनों द्वारा अहिंसा रैली निकाली जाती है। इस अवसर पर गरीब एवं जरुरतमंदों को दान दिया जाता है। कई राज्यों में मांस एवं मदिरा की दुकाने बंद रखने के निर्देश दिए जाते हैं।इस अवसर पर जैन धर्म के लोग  भगवान को फल, चावल, जल, सुगन्धित द्रव्य आदि वस्तुएं अर्पित करते हैं।
गुरुवार, मार्च 29, 2018

भारत मे गरीबी

                                  भारत में गरीबी

                                 Poverty in India

यदि हम भारत में किसी महानगर में जैसे दिल्ली ,कोल्कता ,मुम्बई ,पुणे ,बंगलुरु या कानपुर आदि तो हम वहां गगनचुंबी इमारते ,बड़ी बड़ी सड़कें ,भरी यातायात और चमकती दुकाने आदि पायेंगें ,लेकिन यदि थोड़ी गहराई से देखा जाय तो पायेंगे की बड़ी संख्या में भिखारी और झुग्गी झोपड़ी वाले बस्तियां भी खूब मिल जायेगी .
                    
                                भारत में गरीबी

झोपड़पट्टी और भिखारी हर शहर और कस्बें का हिस्सा बन गए हैं . यह हमारे शहरी क्षेत्रों की तस्वीर है और यदि आप गांवों में जाते हैं तो पायेंगे की वहां किसान बेचारे खेतों में खूब पसीना बहाकर मेहनत कर रहे हैं किन्तु इसके बावजूद वे इतना नहीं कम पाते हैं कि उनका पेट भर सके .उनमें कई तो बंधुवा मजदूर होते हैं .उनके पास जमीं का जो छोटा टुकड़ा होता हैं वह भी महाज़नों द्वारा इसीलिए हड़प लिया जाता हैं कि उनके पिता ने अथवा दादा ने उस ज़मींदार से ब्याज पर थोड़ी सी रकम कर्जे के तौर पर ली थी .चूँकि वे पढ़े - लिखे नहीं होते हैं इसीलिए वे यह नहीं समझ पाते हैं कि उस कागज़ात में क्या लिखा था जिस पर उन्होंने हस्ताक्षर किये थे . इस प्रकार से उन्हें महाज़नों का बंधुवा मजदूर बनना पड़ता हैं .

अधिकांश किसानों के पास अत्यंत छोटे भूखंड या खेत होते हैं और उनके परिवार इतने बड़े होते हैं कि वे पेटभर भोजन का जुगाड़ भी नहीं कर पाते हैं . अतः वे विकास और प्रगति की किसी गुंजाइश के बिना पिछड़े और गरीब ही बने रहते हैं . उनके बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं और खेतों में मजदूर के तौर पर काम करते हैं .यह दुर्दशा का कभी न ख़त्म होने वाला दुष्चक्र है .

भारत में गरीबी का सबसे दारुण स्वरूप फुटपाथ पर रहने वाले बच्चों और रद्दी बीनने वालों की ज़िन्दगी में देखा जा सकता हैं . ये बच्चे अनाथ होते हैं और इनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता है . वे गली कुचे में रहते हैं ,फुटपाथों पर सोते हैं और भीख माँगकर अथवा चोरी करके अपना गुज़ारा करते हैं .रद्दी बीनने वाले तो संभवतः सबसे गन्दा काम करते हैं .वे कचरे के डिब्बों से छोटी मोटी चीजें दूंधकर निकलते हैं .

ऐसे हालात में सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि भारत के स्वतंत्रता के ७० वार्स से ज्यादा वर्ष बीत चुके हैं किन्तु इन लोगों के जीवन में कोई बदलाव या परिवर्तन नहीं आया है और वे अमानवीय स्थितियों में जीने के लिए अभिशप्त हैं .दूसरी ओर आमिर लोग दिनोंदिन और अमीर होते जा रहे हैं और विलासिता से भरपूर जीवन जी रहे हैं और अनाप - शानाप खर्च कर रहे हैं . हम प्रगति का दावा तो करते हैं किन्तु क्या हम सचमुच में प्रगति या विकास का अर्थ जानते हैं ? इस प्रश्न का उत्तर आज की सरकारों और पढ़े लिखे लोगों को खोजना होगा .

रविवार, 10 दिसंबर 2017

रविवार, दिसंबर 10, 2017

बाल-केन्द्रित शिक्षा

बाल-केन्द्रित शिक्षा
September 26, 2016
बाल-केन्द्रित तथा प्रगतिशील शिक्षा

बालक के मनोविज्ञान को समझते हुए शिक्षण की व्यवस्था करना तथा उसकी अधिगम सम्बन्धी कठिनाइयों को दूर करना बाल केन्द्रित शिक्षण कहलाता है. अर्थात बालक की रुचियों, प्रवृत्तियों, तथा क्षमताओं को ध्यान में रखकर शिक्षा प्रदान करना ही बाल केन्द्रित शिक्षा कहलाता है. बाल केन्द्रित शिक्षण में व्यतिगत शिक्षण को महत्त्व दिया जाता है. इसमें बालक का व्यक्तिगत निरिक्षण कर उसकी दैनिक कठिनाइयों को दूर करने का प्रयास क्या जाता है. बाल केन्द्रित शिक्षण में बालक की शारीरिक और मानसिक योग्यताओं के विकास के अधर पर शिक्षण की जाती है तथा बालक के व्यवहार और व्यक्तित्व में असामान्यता के लक्षण होने पर बौद्धिक दुर्बलता, समस्यात्मक बालक, रोगी बालक, अपराधी बालक इत्यादि का निदान किया जाता है.
मनोविज्ञान के आभाव में शिक्षक मार-पीट के द्वारा इन दोषों को दूर करने का प्रयास करता है, परंतु बालक को समझने वाला शिक्षक यह जानता है कि इन दोषों का आधार उनकी शारीरिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं में ही कहीं न कहीं है. इसी व्यक्तिक भिन्नता की अवधारणा ने शिक्षा और शिक्षण प्रक्रिया में व्यापक परिवर्तन किया है. इसी के कारण बाल-केन्द्रित शिक्षा का प्रचालन शुरू हुआ.

बाल केन्द्रित शिक्षण के सिद्धांत


बालकों को क्रियाशील रखकर शिक्षा प्रदान करना. इससे किसी भी कार्य को करने में बालक के हाथ, पैर और मस्तिष्क सब क्रियाशील हो जाते हैं.
इसके अंतर्गत बालकों को महापुरुषों, वैज्ञानिकों का उदहारण देकर प्रेरित किया जाना शामिल है.
अनुकरणीय व्यवहार, नैतिक कहानियों, व् नाटकों आदि द्वारा बालक का शिक्षण किया जाता है
बालक के जीवन से जुड़े हुए ज्ञान का शिक्षण करना
बालक की शिक्षा उद्देश्यपरक हो अर्थात बालक को दी जाने वाली शिक्षा बालक के उद्देश्य को पूर्ण करने वाली हो.
बालक की योग्यता और रूचि के अनुसार विषय-वस्तु का चयन करना
रचनात्मक कार्य जैसे हस्त कला आदि के द्वारा शिक्षण.
पाठ्यक्रम को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर शिक्षण



बाल केन्द्रित शिक्षा के अंतर्गत पाठ्यक्रम का स्वरुप

बाल केन्द्रित शिक्षा के पाठ्यक्रम में बालक को शिक्षा प्रक्रिया का केंद्रबिंदु माना जाता है. बालक की रुचियों, आवश्यकताओं एवं योग्यताओं के आधार पर पाठ्यक्रम तैयार किया जाता है. बाल-केन्द्रित शिक्षा के अंतर्गत पाठ्यक्रम का स्वरुप निम्नलिखित होना चाहिए:

पाठ्यक्रम जीवनोपयोगी होना चाहिए
पाठ्यक्रम पूर्वज्ञान पर आधारित होना चाहिए
पाठ्यक्रम बालकों की रूचि के अनुसार होना चाहिए
पाठ्यक्रम लचीला होना चाहिए
पाठ्यक्रम वातावरण के अनुसार होना चाहिए
पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय भावनाओं को विकसित करने वाला होना चाहिए
पाठ्यक्रम समाज की आवशयकता के अनुसार होना चाहिए
पाठ्यक्रम बालकों के मानसिक स्तर के अनुसार होना चाहिए
पाठ्यक्रम में व्यक्तिगत भिन्नता को ध्यान में रखा जाना चाहिए
पाठ्यक्रम शैक्षिक उद्देश्य के अनुसार होना चाहिए

बाल केन्द्रित शिक्षा में शिक्षक की भूमिका


शिक्षक का ध्येय बच्चों का चरित्र निर्माण करना तथा ऐसे मूल्यों को रोपना होना चाहिए जिससे कि उनके सीखने की क्षमता में वृद्धि हो। वे उनमें वह आत्मविश्वास पैदा करें कि छात्र कल्पनाशील और सृजनशील बन सके। इस रूप में छात्रों विकास ही उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करते हुए प्रतिस्पद्धा में उतारेगा। सामान्य प्रक्रिया में शिक्षक कुछेक सर्वोत्तम परिणाम देने वाले छात्रों की ओर आकर्षित होते हैं तथा और अधिक सफलता प्राप्त करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करते रहते हैं। इसके विपरीत एक शिक्षक की अहम भूमिका यह है कि वह उन विद्यार्थियों की ओर ध्यान केन्द्रित करे जो पढ़ने में कमजोर हैं तथा उनमें बेहतर समझदारी एवं सीखने की प्रवृति विकसित करने का प्रयास करे। ऐसा शिक्षक ही वास्तविक गुरु होता है।



 शिक्षक, शिक्षार्थियों का सहयोगी व मार्गदर्शक होता है. बाल केन्द्रित शिक्षा में शिक्षक की भूमिका और बढ़ जाती है. बाल केन्द्रित शिक्षा में शिक्षक को:

बालकों का सभी प्रकार से मार्गदर्शन करना चाहिए तथा विभिन्न क्रिया-कलापों को क्रियान्वित करने में सहायता करना चाहिए
शिक्षा के यथार्थ उद्देश्यों के प्रति पूर्णतया सजग रहना चाहिए
शिक्षक का उद्देश्य केवल पुस्तकीय ज्ञान प्रदान करना मात्र ही नहीं होता वरन बाल-केन्द्रित शिक्षा का महानतम लक्ष्य बालक का सर्वोन्मुखी विकास करना है, अतः इस उद्देश्य की पूर्ती के लिए बालक की अधिक से अधिक सहायता करनी चाहिए
बाल केन्द्रित शिक्षा में शिक्षक को स्वतंत्र रह कर निर्णय लेना चाहिए कि बालक को क्या सिखाना है?

प्रगतिशील शिक्षा एवं शिक्षक

प्रगतिशील शिक्षा में शिक्षक को भी महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. इसके अनुसार शिक्षक समाज का सेवक है. उसे विद्यालय में ऐसा वातावरण बनाना पड़ता है जिसमे पलकर बालक के सामाजिक व्यक्तित्व का विकास हो सके और जनतंत्र के योग्य नागरिक बन सके. विद्यालय में स्वतंत्रता और समानता के मूल्य को बनाये रखने के लिए शिक्षक को कभी भी बालकों से बड़ा नही समझना चाहिए. आज्ञा और उपदेशों के द्वारा अपने विचारों और प्रवृत्तियों को बालकों पर लादने का प्रयास नही करना चाहिए.

शैक्षिक सरोकारों के इतिहास में 1 अप्रैल 2010 सदैव रेखांकित होता रहेगा। यही वह दिन है जिस दिन संसद द्वारा पारित निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 देश में लागू कर दिया गया। शिक्षा के अधिकार की पहली मांग का लिखित इतिहास 18 मार्च 1910 है। इस दिन ब्रिटिश विधान परिषद के सामने गोपाल कृष्ण गोखले भारत में निःशुल्क शिक्षा के प्रावधान का प्रस्ताव लाये थे।
एक सदी बीत जाने के बाद आज हम यह कहने की स्थिति में हैं कि यह अधिनियम भारत के बच्चों के सुखद भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

बुधवार, 15 नवंबर 2017

बुधवार, नवंबर 15, 2017

children's day

Current affairs

राष्ट्रपति ने बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2017 प्रदान किए

राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द ने नई दिल्ली में बाल दिवस (14 नवंबर) के अवसर पर राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2017 प्रदान किए.

इस वर्ष, राष्ट्रपति ने 16 बच्चों को सम्मानित किया, जिनमें से एक बच्चे को स्वर्ण पदक दिया गया और 15 बच्चों को रजत पदक प्रदान किए गए. तमिलनाडु के मास्टर आकाश मनोज नवोन्मेष के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले एकमात्र बच्चे थे. सबसे उत्कृष्ट उपलब्धि वाले बच्चे को 20,000 /- रूपए का नकद पुरस्कार, एक प्रमाणपत्र / प्रशस्ति पत्र और एक स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया.aryacurrentaffairs

बुधवार, 8 नवंबर 2017

बुधवार, नवंबर 08, 2017

Nov. 2017 Current Affairs


                           November 2017
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1. 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' में भारत का स्थान शीर्ष 100 देशों में : विश्व बैंक

i. भारत में कारोबार करने के माहौल में काफी सुधार हुआ है. विश्व बैंक के ईज ऑफ डूइंग बिजनेस इंडेक्स में भारत ने इस साल जबरदस्त छलांग लगाई है. दुनिया में कारोबार करने में आसानी को लेकर भारत 30 पायदान उछलकर 100वें स्थान पर आ गया है.
ii.साल 2014 में भारत इस इंडेक्स में 142वें स्थान पर था, जबकि पिछले साल सुधार करते हुए 130वें स्थान पर पहुंच गया था. विश्व बैंक के 'डूइंग बिज़नेस 2018 - रेफोर्मिंग टू क्रिएट जॉब्स' की रिपोर्ट में 10 मापदंडों पर संयुक्त अंकों के आधार पर 190 देशों को शामिल किया गया है. भारत इस तरह के महत्वपूर्ण बदलाव को हासिल करने वाला इस वर्ष का एकमात्र बड़ा देश है.

 परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

जिम योंग किम विश्व बैंक के अध्यक्ष हैं.
विश्व बैंक का मुख्यालय वाशिंगटन, डी.सी., संयुक्त राज्य अमेरिका में है.

2. 2016 में टीबी के मामलों की नई सूची में भारत शीर्ष पर: WHO
i. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2016 में दुनिया भर में ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) के 1.04 करोड़ नए मामले सामने आए, जिसमें 64 फीसदी के साथ सात देशों में भारत पहले स्थान पर है.
ii.विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैश्विक टीबी रिपोर्ट 2017 जारी की है जिसके अनुसार दुनिया भर में सबसे ज्यादा टीबी के मामले भारत में है. 2016 में सबसे ज्यादा टीबी के मामले भारत में सामने आए इसके बाद इंडोनेशिया, चीन, फिलीपींस, पाकिस्तान, नाइजीरिया और दक्षिण अफ्रीका हैं. 2016 में टीबी से अनुमानित 1.7 मिलियन लोग मारे गए. इसके अलावा, चीन और रूस के साथ-साथ भारत ने 490,000 लोगों में से लगभग आधा हिस्सा मल्टीड्रग-रेसिस्टेंट टीबी (एमडीआर - टीवी ) मामले दर्ज किये गये
परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

टीबी एक ऐसी बीमारी है जो मानव में आमतौर पर बैक्टीरिया के कारण होती है जिसे माईकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (एम. ट्यूबरकुलोसिस) कहा जाता है.

3. भारत, ट्यूनीशिया ने आतंकवाद, चरमपंथ से लड़ने का आह्वान किया
i. भारत और ट्यूनीशिया के बीच सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के साथ ही आतंकवाद और चरमपंथ से मिलकर लड़ने पर सहमति बन. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्यूनीशिया के अपने समकक्ष खेमैज झिनाओई के साथ 12वें भारत-ट्यूनीशिया संयुक्त आयोग बैठक की सह अध्यक्षता की. बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की गई. दोनों पक्षों ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की.
ii.न्यायिक सहयोग, युवा मामलों में सहयोग, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, व्यापार और कारोबार के क्षेत्रों में छह समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गए.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

ट्यूनीशिया की राजधानी टुनिस है.
बेजी केद एस्सेबी जास ट्यूनीशिया के वर्तमान राष्ट्रपति है.

4. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में विलय को लेकर जेटली की अगुवाई में गठित की गई समिति
i. देश के 21 सरकारी चालित बैंकों में विलय के सन्दर्भ में विचार करने और निगरानी करने हेतु सरकार ने वित्त मंत्रीअरुण जेटली की अगुवाई में एक मंत्रीय समिति की स्थापना की.
ii.समिति के अन्य सदस्यों में रेलवे और कोयला मंत्री पीयूष गोयल और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हैं.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

भारतीय स्टेट बैंक ने अपने पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक के संचालन को अपने आप में विलय कर दिया है, जो खराब ऋण संकट के बाद इस क्षेत्र में पहले एकीकरण कदम को चिह्नित करता है.
विलय ने राज्य-नियंत्रित बैंकों की संख्या 26 से घटाकर 21 कर दी है.

5. सौर ऊर्जा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए एसबीआई ने 2,317 करोड़ रुपये की मंजूरी दी
i.स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एसबीआई-विश्व बैंक कार्यक्रम के तहत ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सौर परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए कंपनियों को 2,317 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधाओं की मंजूरी देने की घोषणा की.
ii.इन परियोजनाओं की कुल उत्पादन क्षमता 575 मेगावॉट होगी. यह वित्तपोषण ग्रिड से जुड़े रूफटॉप सौर परियोजनाओं को एसबीआई-विश्व बैंक (डब्ल्यूबी) कार्यक्रम के तहत होगा. बैंक में वर्तमान में 12,000 करोड़ रुपये के नवीकरणीय ऊर्जा ऋण पोर्टफोलियो हैं, जिसमें लगभग शून्य गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) हैं.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

एसबीआई के वर्तमान अध्यक्ष रजनीश कुमार हैं जिसका मुख्यालय  मुंबई में है.

6. माइकल जैक्सन 5वीं बार कमाई करने वाले शीर्ष मृत सेलिब्रिटी
i. जैक्सन फोर्ब्स की सूची में लगातार पांचवें वर्ष के लिए कमाई करने वाली मृत हस्तियों की सूची में 75 मिलियन डॉलर (अमेरिका में सभी आंकड़े) के साथ शीर्ष पर हैं.
ii.गोल्फ किंवदंती अर्नोल्ड पामर ने $ 40 मिलियन के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है और पीनट्स के निर्माता चार्ल्स शूल्ज $ 38 मिलियन की आय के साथ तीसरे स्थान पर है. सूची 15 अक्टूबर 2016 से 15 अक्टूबर, 2017 तक एजेंटों, प्रबंधकों और वकीलों की आय से एकत्र की गई जानकारी से संकलित की गई है

7. राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day): 31 अक्टूबर
i. भारत 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) के रूप में मनाता है. यह दिन सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती का प्रतीक है, जिसने आजादी के बाद भारतीय संघ के साथ रियासत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
ii.प्रधान मंत्री मोदी ने नई दिल्ली में मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 1.5 किमी 'रन फॉर यूनिटी' कार्यक्रम को भी ध्वजांकित किया था.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

2014 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर की 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के रूप में घोषणा की थी.

8.  विक्रम सिंह राष्ट्रपति के निजी सचिव नियुक्त
i. रेलवे अधिकारी विक्रम सिंह को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के निजी सचिव के रूप में नियुक्त किया गया. सिंह भारतीय रेलवे ट्रैफिक सेवा के 1997 से बैच अधिकारी हैं.
ii.मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने दो वर्ष की अवधि के लिए पद पर अपनी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. आईएएस अधिकारी पी सी मीना को वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सी आर चौधरी के निजी सचिव के रूप में नियुक्त किया गया.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

रामनाथ कोविंद भारत के 14वें राष्ट्रपति हैं.

9.सुरेश चुकापाल्ली की कोरिया के कांसुल जनरल के रूप में नियुक्ति
i.हैदराबाद के फीनिक्स समूह के अध्यक्ष सुरेश चुकापाल्ली को कोरिया गणराज्य द्वारा तेलंगाना राज्य पर कांसुली क्षेत्राधिकार के साथ हैदराबाद में मानद कांसुल जनरल के रूप में नियुक्त किया गया है
ii.नई दिल्ली में एक समारोह में सुरेश चुकापाल्ली को औपचारिक रूप से प्रभार दिया गया था.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

दक्षिण कोरिया की अर्थव्यवस्था एशिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तथा दक्षिण कोरिया को दुनिया में 11वें सबसे बड़े वैश्विक निगमों के लिए जाना जाता है.

10. भूटान के राजा चार-दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे
i. भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक और उनकी पत्नी रानी ग्यालल्त्सूएन जेट्सून पेमा वांगचुक अपने चार दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचे.
ii. यात्रा के दौरान, राजा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

थिंपू भूटान की राजधानी है
ज़ोंगखा भूटान की आधिकारिक भाषा है.

11. भारती एक्सा लाइफ ने विकास सेठ को सीईओ के रूप में नियुक्त किया
i.भारती एंटरप्राइजेज और एक्सा के मध्य एक संयुक्त उद्यम भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस ने विकास सेठ को मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया है. नियुक्ति अपेक्षित आईआरडीएआई अनुमोदन के अधीन है.
ii.भारती एक्सा लाइफ में शामिल होने से पहले, वह आदित्य बिड़ला समूह के साथ थे, जहां उन्होंने विभिन्न भूमिकाओं में लगभग 10 वर्षों के लिए काम किया था. उन्होंने बिड़ला सन लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य वितरण अधिकारी के रूप में भी काम किया है.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

भारती एक्सा लाइफ़ एक जीवन बीमा कंपनी है जो 2006 में शुरू हुई थी.
यह एक्सा समूह जिसका मुख्यालय पेरिस में है और भारती एंटरप्राइजेज को एक साथ लाता है.
संयुक्त उद्यम में भारती से 51% हिस्सेदारी है और एएक्सए से 49% हिस्सेदारी है.

12. मार्टिना हिंगिस ने प्रो टेनिस से सन्यास की घोषणा की
i. मार्टिना हिंगिस, केवल छह महिला खिलाड़ियों में से एक हैं, जो एक ही समय में एकल और युगल दोनों में पहले स्थान पर हैं. तथा डब्ल्यूटीए फाइनल के बाद सन्यास ले लेंगी.  37 वर्षीय हिंगिस, सितंबर में यूएस ओपन में ग्रैंड स्लैम खिताब नोस. 24 और 25 की विजेता है, जिसमें उन्होंने महिला युगल और मिश्रित युगल खिताब जीता था.
ii.कुल मिलाकर, उन्होंने 13 प्रमुख युगल खिताब जीते, साथ ही एकल में पांच और मिश्रित युगल में सात. वह 43 डब्ल्यूटीए एकल खिताब और 64 युगल खिताब जीतकर अपने कैरियर के दौरान रैंकिंग में 209 हफ्तों तक पहले स्थान पर रही.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

मार्टिना हिंगिस स्विटजरलैंड से है.
वह इतिहास में सबसे कम उम्र की ग्रैंड स्लैम चैंपियन हैं, जिन्होंने विम्बलडन का डबल्स खिताब जीता था जब उनकी आयु केवल 15 थीं.
हिंगिस को 2013 में अंतर्राष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ फ़ेम में शामिल किया गया था.

13. टाटा स्टील ने टी वी नरेंद्रन को वैश्विक सीईओ, एमडी के रूप में पदोन्नत किया 
i. टाटा स्टील ने टी वी नरेंद्रन को विश्व स्तर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक के रूप में पदोन्नत किया है. 1 नवंबर 2013 को उन्हें भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के लिए टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था.
ii. कौशिक चटर्जी को 9 नवंबर, 2017 से प्रभावी 5 वर्ष की अवधि के लिए कार्यकारी निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

जमशेतजी टाटा,  टाटा स्टील्स के संस्थापक थे.
इसका मुख्यालय महाराष्ट्र के मुम्बई में है.

14. हरियाणा में 'हिंदी सत्याग्रहियों’ के लिए आजीवनकाल पेंशन की घोषणा
i. हरियाणा सरकार ने 'हिंदी सत्याग्रहियों' के लिए आजीवनकाल 10,000 रूपये की मासिक पेंशन और आपातकाल के दौरान जेल में रहने वालों के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की.
ii. राज्य सरकार ने यह भी घोषणा की कि वह द्वितीय विश्व युद्ध के दिग्गजों और उनकी विधवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा. इस अवसर पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू मुख्य अतिथि थे.

 परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

मनोहर लाल हरियाणा के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं.
कप्तान सिंह सोलंकी हरियाणा के वर्तमान राज्यपाल हैं.

15. भारत-रूस की तीनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास इंद्र-2017 का सफलतापूर्वक आयोजन
i. भारत-रूस की तीनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास इंद्र-2017 का रूस के व्लादिवोस्तोक में सफलतापूर्वक आयोजन किया गया. INDRA का नाम INDia और RussiA से लिया गया है.
ii.अभ्यास इंद्र-2017 रूस और भारत के बीच तीनों सेनाओं का पहला संयुक्त अभ्यास है. यह पहली बार है कि रूस ने अपनी धरती पर तीनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास का आयोजन किया है. अभ्यास इंद्र-2017 का विषय ‘Preparation and Conduct of Operations by a Joint Force for Suppression of International Terror Activity at the request of a host country under UN mandate’ था.

परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य -

रूस की राजधानी मास्को है.
व्लादिमीर पुतिन रूस के वर्तमान राष्ट्रपति हैं.

16.महत्वपूर्ण कैबिनेट स्वीकृतियाँ- 01 नवंबर 2017
i. प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने निम्नलिखित अनुमोदनों का सेट दिया है. कैबिनेट स्वीकृति की पूरी सूची निम्नलिखित दी गई है:
ii. कैबिनेट ने मंजूरी दी है-
1. व्यापार और आर्थिक सहयोग को मजबूत बनाने और बढ़ावा देने के लिए भारत और इथियोपिया के बीच व्यापार समझौता.
2. सीमा शुल्क मामलों में सहयोग और आपसी सहयोग पर भारत और आर्मेनिया के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर.
3. नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन एक्ट, 1993 - संशोधन में सुधार के लिए केन्द्रीय / राज्य / संघ राज्य क्षेत्रीय वित्त संस्थानों / विश्वविद्यालयों को शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रमों को 2017-2018 में मान्यता दी जायेगी, जो नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन की अनुमति के बिना चल रहे थे.
4. मौजूदा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) में बदलावों को मंजूरी प्रदान कर दी गई है. नये बदलावों में मूल्य श्रृंखला, फसल बाद आवश्यक बुनियादी ढांचे और कृषि उद्यम विकास इत्यादि पर अधिक ध्यान दिया जाएगा.अब योजना का नाम आरकेवीवाई-कृषि एवं संबंधित क्षेत्र कायाकल्प के लिये लाभकारी पहल रफ्तार होगा. यह तीन साल के लिए अर्थात 2017-20 तक की अवधि के लिये होगी.
5. 2016-17 के दौरान उर्वरक कंपनियों को बकाया सब्सिडी के भुगतान के लिए विशेष बैंकिंग व्यवस्था (एसबीए).
बुधवार, नवंबर 08, 2017
भारतीय वायु सेना सैन्यदल 'एक्स ब्लू फ्लैग -17' में भाग लेने के लिए इजराइल पंहुचा

भारतीय वायु सेना का एक 45 सदस्यीय दल 'एक्स ब्लू फ्लैग -17' में भाग लेने के लिए इजराइल पंहुचा. ब्लू फ्लैग द्विवार्षिक बहुपक्षीय अभ्यास है जिसका उद्देश्य भाग लेने वाले देशों के बीच सैन्य सहयोग को मजबूत करना है.

भारतीय वायु सेना सी-130जे स्पेशल ऑपरेशन एयरक्राफ्ट के साथ गरुड कमांडो संग भाग ले रही है. इज़राइल के उवडा वायु सेना स्थल में अभ्यास का आयोजन किया गया है.

गुरुवार, 5 अक्तूबर 2017

गुरुवार, अक्तूबर 05, 2017

Ram and Ravan ka sangram


जब हम राम और रावण के बीच युद्ध की बात करते हैं तो हमरे अंदर  अच्छाई और बुराई का प्रतिबिम्ब बन जाता है और उसी के हिसाब से हमारा दृष्टिकोण निर्मित  जाता है। जब राम ने रावण को,जिसे हम  दानव राजा कहते हैं को हराया था; युद्ध के बाद राम ने आगे बढ़कर उस राक्षस राज के  विशाल ज्ञान की सराहना की बल्कि उसे सम्मानित भी किया।

अगर हम राम रावण युद्ध  के अच्छे बनाम बुरे या कौन जीता कौन हारा के कोण से विश्लेषण करेंगें तो सभी का एक ही मत होगा कि अच्छाई ने बुराई को हरा दिया जिसमे राम अच्छाई के प्रतीक एवं रावण बुराई का संकेतक था। लेकिन इस युद्ध का विश्लेषण धार्मिकता से इतर ऐतिहासिक एवं सामाजिक पृष्ठभूमि को सामने रख कर करेंगे तो हम राम के ईश्वरत्व और रावण के पांडित्य दोनों के साथ न्याय कर पायेंगें।

यह युद्ध , अच्छा / बुरा , सही / गलत और पसंद / नापसंद के द्विविभाजन से परे चला गया था ; यह  युद्ध नैतिकता का एक बयान नहीं है वरन यह  युद्ध मानव जीवन में सामाजिक संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है, क्योंकि जीवन हमेशा विचारों और नैतिकता की परिसीमा में ही जिया जाता है। यह युद्ध दो विचारधाराओं के अस्तित्व को बचाने का युद्ध था जिसमे एक विचारधारा का नेतृत्व राम और दूसरी विचारधारा का नेतृत्व रावण कर रहा था।

दुनिया के अधिकांश युद्ध  शक्ति , धन 'भूमि ,स्त्रियों या अन्य कीमती वस्तुओं के  लालच के लिए लड़े गए इन सभी युद्धों में दोनों पक्षों में पशुता की सीमा तक दुश्मनी का समावेश देखा जाता है।  अलेक्जेंडर से मुहम्मद तक  बाबर से लेकर बुश तक और औरंगजेब से लेकर  हिटलर तक । हर किसी ने युद्ध जीतने के बाद  हार के लिए नफरत का प्रदर्शन किया, लोगों को वह दास बनाया  , विरोधियों की हत्या की , उनकी संस्कृति को नष्ट किया अपनी संस्कृति उन पर थोपना चाही या इन सभी कार्यों को एक साथ अपनाया इतिहास इससे भरा पड़ा है।एक शत्रु के रूप में एक युद्ध प्रतिद्वंद्वी बनाना, उस व्यक्ति के लिए एक नैतिक आवश्यकता है जो लोभ के युद्ध से लड़ता है।

यह युद्ध इन सब ऐतिहासिक युद्धों से अलग है इसमें राम ने किसी  लालच के लिए  युद्ध नहीं किया था। न ही रावण को राम के राज्य की लालसा थी जहाँ एक ओर राम अपने प्यार और जिम्मेदारी का ख्याल रखने के लिए युद्ध लड़े वहीं दूसरी ओर रावण ने अपने और अपनी बहिन के सम्मान के लिए युद्ध लड़ा।ये अलग बात है कि युद्ध में सब जायज है का सूत्र सिर्फ रावण ने अपनाया राम ने नहीं।

"अच्छा बनाम बुरा" का यह युद्ध मूल रूप से विचारधाराओं का युद्ध है। चूंकि अच्छाई और बुराई की अवधारणाएं केवल आदर्शवादी हैं अस्तित्व में नहीं है अस्तित्व में, केवल दो चीजें महत्वपूर्ण हैं सत्य और असत्य। सत्य मौलिक और सास्वत होता है सत्य न अच्छा होता हैं न बुरा सत्य को न देखा जा सकता है न कहा जा सकता है अच्छाई और बुराई सापेक्ष होते हैं जो बात एक के लिए अच्छी है दूसरे के लिए बुरी हो सकती है। यह युद्ध सत्य के सापेक्ष लड़ा गया था न की अच्छे या बुराई के लिए। यह युद्ध प्रेम के लिए लड़ा गया था न कि घृणा के लिए ,यह युद्ध मानवता के लिए लड़ा गया था मानव के लिए नहीं।

इस युद्ध में जहाँ  राम अपने प्रेम और कर्तव्य के लिए लड़ रहे थे वही रावण अपनी विचारधारा को विस्तृत करने के लिए। जब युद्ध मानवता के लिए लड़ा जाता है तो उसमे शांति के विकल्प होते हैं राम ने कई बार शांति के विकल्प सुझाये लेकिन रावण ने वो सारे रस्ते बंद कर दिए और राम के लिए युद्ध एकमात्र विकल्प था जो छोड़ दिया गया था। और जब राम युद्ध लड़े  तो  वह जीतने के लिए लड़े। यह युद्ध हमें प्रेरणा देता है कि ऐसा ही जीवन का युद्ध है यही कारण है कि राम ने रावण को झुकाया।आखरी समय तक भी रावण सीता को लौटा देता तो राम उसी क्षण युद्ध बंद कर देते क्योंकि राम की रावण के साथ लड़ाई नहीं थी राम की लड़ाई प्रेम स्थापित करना था। यह युद्ध मन की विषमताओं ,दुर्गुणों के साथ था जो पुरे समाज को दूषित करने में सक्षम थीं इसका अहसास राम को हुआ इसलिए एक युद्ध लड़ा गया ,एक युद्ध जो रावण के खिलाफ नहीं था उसकी दूषित विचारधारा के खिलाफ था। कोई भी व्यक्ति में सब कुछ बुरा नहीं होता है, व्यक्ति में बुराई अपना अधिकार जमा सकती है किन्तु वह हमेशा बुरा नहीं  रह सकता।  इन तथ्यों पर प्रकाश डालने पर ध्यान दें, जब रावण मर रहा था  तब उसने अपना  अहंकार और घमंड  को खो दिया था। उसने राम के ईश्वरत्व को माना और राम ने उसके गुणों की हृदय से प्रशंसा की थी। कुछ भी पूर्ण नहीं है, न व्यक्ति न ही धर्म न ही समय । रावण धार्मिक व्यक्ति था विद्वान था  लेकिन एक अच्छा राजा नहीं था। उन्होंने राज धर्म का सही ढंग से पालन नहीं किया था न ही उसने  अपने मनुष धर्म का पालन किया। इस युद्ध में राम की सबसे बड़ी सफलता ये रही की उन्होंने रावण को अंत मे
गुरुवार, अक्तूबर 05, 2017

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1. एसबीआई के अगले अध्यक्ष के रूप में रजनीश कुमार को नामित किया गया

i. सरकार ने तीन वर्ष की अवधि के लिए भारतीय स्टेट बैंक के नए चेयरमैन(अध्यक्ष) के तौर पर रजनीश कुमार को नामित किया. कुमार अरुंधति भट्टाचार्य के स्थान पर कार्य को संभालेंगे.
ii. वर्तमान में, रजनीश कुमार एसबीआई के प्रबंध निदेशक हैं. बैंक बोर्ड ब्यूरो (बीबीबी) ने जून के अंत में इस पद के लिए चार प्रबंध निदेशकों का साक्षात्कार किया था और उन्होंने सरकार से एक नाम की सिफारिश की थी. सरकार ने 7 अक्टूबर, 2016 से लागू भट्टाचार्य के कार्यकाल को एक वर्ष के लिए बढ़ाया था

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