जीवन एक संघर्ष है ( Life is struggle )
जीवन में संघर्ष है प्रकृति के साथ, स्वयं के साथ, परिस्थितियों के साथ ।तरह-तरह के संघर्षों का सामना आए दिन हम सबको करना पड़ता है और इनसे जूझना होता है । जो इन संघर्षों का सामना करने से कतराते हैं, वे जीवन से भी हार जाते हैं, जीवन भी उनका साथ नहीं देता ।
हर सफल इंसान की ज़िन्दगी में एक संघर्ष की कहानी ज़रूर होगी । तो संघर्ष से न डरे । यदि आप संघर्ष कर रहें हो तो समझ लीजिये आपकी सफलता दूर नहीं । संघर्ष का दूसरा नाम स्टीव जॉब्स है। अपने प्रारंभिक दिनों में जो संघर्ष उन्होंने किया वो वाकई में रोमांचित कर देने वाला है। हाई स्कूल की पढ़ा ई पूरी होने पर स्टीव का दाखिला हुआ रीड कॉलेज में, जिसकी फ़ीस बहुत ज़्यादा थी और स्टीव के माता-पिता बड़ी मुश्किल से खर्चा चला रहें थें । जल्द ही उन्हें एहसास हुआ की पढ़ाई में उनका मन नहीं लग रहा है और माता-पिता के पैसे भी बर्बाद हो रहे है इसलिए स्टीव ने फैसला किया की वे कॉलेज छोड़ देंगे ।एक ऐसा समय था जब स्टीव के पास बिलकुल पैसे नहीं थे, वे अपने दोस्त के कमरे में फर्श पर सोते थे, कोका-कोला की बोतलें बेचकर खाना खाते थें और हर रविवार सात मील चलके मंदिर जाते थे मुफ़्त में पेट भर खाना खाने। उन्होंने एक कंप्यूटर बनाया जिसे नाम दिया गया ‘एप्पल ’ स्टीव के पापा के छोटे से गेराज में, दोनों ने अपना अपना कुछ सामान बेचकर पैसे इकट्ठे किये और अपने जुनून को हकीक़त में बदला । और जब ये सबकुछ हो रहा था, स्टीव की उम्र मात्र 21 वर्ष थी। उन्होंने एप्पल कंप्यूटर को छोटा, सस्ता और ज़्यादा क्रियाशील बनाया । उनके टेक्नोलॉजी को क्रेताओं ने इतना पसंद किया कि दोनों ने मिलकर कई लाख डॉलर कमाये ।
जब आप जीवन में संघर्ष कर रहे हैं तो आंतरिक शांति बनाए रखना बहुत मुश्किल है मैं खुद इन सभी के माध्यम से चला गया है। एक बात याद रखें जब चीजें अलग हो रही होती हैं तो वो हमारे भले के लिए ही होती हैं। बहुत ज्यादा सोचते हैं , सोचने से हमारे जीवन में बहुत सारी समस्याएं पैदा हो सकती हैं उस समय जब हम संघर्ष करते हैं तो बस एक काम करना चाहिए सब कुछ भगवान को छोड़ कर अपना कर्म पूर्ण निष्ठां से करते रहना चाहिए। ऐसा करने पर आप बहुत बेहतर महसूस करते हैं और आप निश्चित रूप से आपके जीवन में खुशियां ला सकते हैं।
हम अपने अंदर देखें और इस तथ्य को समझने की कोशिश करें की जो हमारे साथ घट रहा है वह हमें बदल नहीं सकता। इन शब्दों को भी समझने की कोशिश करें कि जो कुछ भी आपके साथ होता है, वह आपकी बेहतरी के लिए है। "आप अविश्वसनीय हैं।" एक बार जब आप यह बात मान लेते हैं कि इस चिंतित चरण का नतीजा आपके बारे में कुछ भी नहीं बदलने वाला है, तो आप मजबूत होंगे। अपनी ताकत की नियंत्रण कुंजी आपके साथ है संघर्ष कठिन पाठ्यक्रम है लेकिन यदि आप आशा खो देते हैं और महसूस करते हैं कि आप पर इसका बुरा असर होता है तो आपका जीवन सबसे कठिन हो जाएगा।आप स्वयं और संघर्ष के बीच मध्यस्थता कीजिये आप पाएंगे कि आप तनाव से बाहर आने के बाद आंतरिक शांति महसूस कर रहें हैं।कुछ बातों को आपको आचरण में लाना होगा जैसे आप अपने भाग्य को स्वीकार करें और इसे बेहतर बनाने के लिए काम करें।अपने आप पर यकीन रखें और वर्तमान में जीने की कोशिश करें मानव प्रगति न तो स्वचालित है और न ही अनिवार्य है। न्याय के लक्ष्य की ओर हर कदम बढ़ने पर बलिदान, पीड़ा और संघर्ष की वश्यकता होती है है; अथक प्रयासों और अथक परिश्रम के साथ साथ भावनाओं के टूटन का दर्द सहना पड़ता है तब कहीं सफलता का स्वाद मिलता है। सबसे सुंदर लोग जिन्हें हम जानते हैं वे हैं उन्होंने हार, पीड़ा, संघर्ष, हानि, और उन गहराइयों से अपना रास्ता निकाला है जहाँ से सामान्य लोग झाँकने मैं भी खौफ कहते हैं ।
एक बार एक बच्चे को अपने बगीचे में किसी टहनी से लटकता हुआ एक तितली का कोकून दिखाई पड़ा। उसने देखा कि एक तितली उस खोल से बाहर निकलने की बहुत कोशिश कर रही है, परंतु बहुत प्रयास करने के बाद भी वह उस छेद से नहीं निकल पा रही और फिर वह बिल्कुल शांत हो गई, मानो उसने अपने प्रयासों से हार मान ली हो ।उस बच्चे ने निश्चय किया कि वह उस तितली की मदद करेगा । उसने एक कैंची उठाई और तितली के बाहर निकलने के रास्ते को, कोकून के मुख को काटकर इतना बड़ा कर दिया कि वह तितली आसानी से बाहर निकल सके और यही हुआ, वह तितली बिना किसी संघर्ष के आसानी से बाहर निकल आई, पर अब उसका शरीर सूज़ा हुआ था और पंख सूखे हुए थे । वह बच्चा अब तितली को यह सोचकर लगातार देखता रहा कि वह किसी भी वक्त अपने पंख फैलाकर उड़ने लगेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, बल्कि इसके विपरीत हुआ । वह तितली कभी उड़ नहीं पाई और उसने अपनी बाकी जिंदगी इधर-उधर घिसटते हुए बिताई।इस कहानी का मोरल है कि जिंदगी बगैर संघर्ष के अपंग हो जाती है।
एक बार यात्री अपने महीनों
जीवन में संघर्ष है प्रकृति के साथ, स्वयं के साथ, परिस्थितियों के साथ ।तरह-तरह के संघर्षों का सामना आए दिन हम सबको करना पड़ता है और इनसे जूझना होता है । जो इन संघर्षों का सामना करने से कतराते हैं, वे जीवन से भी हार जाते हैं, जीवन भी उनका साथ नहीं देता ।
हर सफल इंसान की ज़िन्दगी में एक संघर्ष की कहानी ज़रूर होगी । तो संघर्ष से न डरे । यदि आप संघर्ष कर रहें हो तो समझ लीजिये आपकी सफलता दूर नहीं । संघर्ष का दूसरा नाम स्टीव जॉब्स है। अपने प्रारंभिक दिनों में जो संघर्ष उन्होंने किया वो वाकई में रोमांचित कर देने वाला है। हाई स्कूल की पढ़ा ई पूरी होने पर स्टीव का दाखिला हुआ रीड कॉलेज में, जिसकी फ़ीस बहुत ज़्यादा थी और स्टीव के माता-पिता बड़ी मुश्किल से खर्चा चला रहें थें । जल्द ही उन्हें एहसास हुआ की पढ़ाई में उनका मन नहीं लग रहा है और माता-पिता के पैसे भी बर्बाद हो रहे है इसलिए स्टीव ने फैसला किया की वे कॉलेज छोड़ देंगे ।एक ऐसा समय था जब स्टीव के पास बिलकुल पैसे नहीं थे, वे अपने दोस्त के कमरे में फर्श पर सोते थे, कोका-कोला की बोतलें बेचकर खाना खाते थें और हर रविवार सात मील चलके मंदिर जाते थे मुफ़्त में पेट भर खाना खाने। उन्होंने एक कंप्यूटर बनाया जिसे नाम दिया गया ‘एप्पल ’ स्टीव के पापा के छोटे से गेराज में, दोनों ने अपना अपना कुछ सामान बेचकर पैसे इकट्ठे किये और अपने जुनून को हकीक़त में बदला । और जब ये सबकुछ हो रहा था, स्टीव की उम्र मात्र 21 वर्ष थी। उन्होंने एप्पल कंप्यूटर को छोटा, सस्ता और ज़्यादा क्रियाशील बनाया । उनके टेक्नोलॉजी को क्रेताओं ने इतना पसंद किया कि दोनों ने मिलकर कई लाख डॉलर कमाये ।
जब आप जीवन में संघर्ष कर रहे हैं तो आंतरिक शांति बनाए रखना बहुत मुश्किल है मैं खुद इन सभी के माध्यम से चला गया है। एक बात याद रखें जब चीजें अलग हो रही होती हैं तो वो हमारे भले के लिए ही होती हैं। बहुत ज्यादा सोचते हैं , सोचने से हमारे जीवन में बहुत सारी समस्याएं पैदा हो सकती हैं उस समय जब हम संघर्ष करते हैं तो बस एक काम करना चाहिए सब कुछ भगवान को छोड़ कर अपना कर्म पूर्ण निष्ठां से करते रहना चाहिए। ऐसा करने पर आप बहुत बेहतर महसूस करते हैं और आप निश्चित रूप से आपके जीवन में खुशियां ला सकते हैं।
हम अपने अंदर देखें और इस तथ्य को समझने की कोशिश करें की जो हमारे साथ घट रहा है वह हमें बदल नहीं सकता। इन शब्दों को भी समझने की कोशिश करें कि जो कुछ भी आपके साथ होता है, वह आपकी बेहतरी के लिए है। "आप अविश्वसनीय हैं।" एक बार जब आप यह बात मान लेते हैं कि इस चिंतित चरण का नतीजा आपके बारे में कुछ भी नहीं बदलने वाला है, तो आप मजबूत होंगे। अपनी ताकत की नियंत्रण कुंजी आपके साथ है संघर्ष कठिन पाठ्यक्रम है लेकिन यदि आप आशा खो देते हैं और महसूस करते हैं कि आप पर इसका बुरा असर होता है तो आपका जीवन सबसे कठिन हो जाएगा।आप स्वयं और संघर्ष के बीच मध्यस्थता कीजिये आप पाएंगे कि आप तनाव से बाहर आने के बाद आंतरिक शांति महसूस कर रहें हैं।कुछ बातों को आपको आचरण में लाना होगा जैसे आप अपने भाग्य को स्वीकार करें और इसे बेहतर बनाने के लिए काम करें।अपने आप पर यकीन रखें और वर्तमान में जीने की कोशिश करें मानव प्रगति न तो स्वचालित है और न ही अनिवार्य है। न्याय के लक्ष्य की ओर हर कदम बढ़ने पर बलिदान, पीड़ा और संघर्ष की वश्यकता होती है है; अथक प्रयासों और अथक परिश्रम के साथ साथ भावनाओं के टूटन का दर्द सहना पड़ता है तब कहीं सफलता का स्वाद मिलता है। सबसे सुंदर लोग जिन्हें हम जानते हैं वे हैं उन्होंने हार, पीड़ा, संघर्ष, हानि, और उन गहराइयों से अपना रास्ता निकाला है जहाँ से सामान्य लोग झाँकने मैं भी खौफ कहते हैं ।
एक बार एक बच्चे को अपने बगीचे में किसी टहनी से लटकता हुआ एक तितली का कोकून दिखाई पड़ा। उसने देखा कि एक तितली उस खोल से बाहर निकलने की बहुत कोशिश कर रही है, परंतु बहुत प्रयास करने के बाद भी वह उस छेद से नहीं निकल पा रही और फिर वह बिल्कुल शांत हो गई, मानो उसने अपने प्रयासों से हार मान ली हो ।उस बच्चे ने निश्चय किया कि वह उस तितली की मदद करेगा । उसने एक कैंची उठाई और तितली के बाहर निकलने के रास्ते को, कोकून के मुख को काटकर इतना बड़ा कर दिया कि वह तितली आसानी से बाहर निकल सके और यही हुआ, वह तितली बिना किसी संघर्ष के आसानी से बाहर निकल आई, पर अब उसका शरीर सूज़ा हुआ था और पंख सूखे हुए थे । वह बच्चा अब तितली को यह सोचकर लगातार देखता रहा कि वह किसी भी वक्त अपने पंख फैलाकर उड़ने लगेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, बल्कि इसके विपरीत हुआ । वह तितली कभी उड़ नहीं पाई और उसने अपनी बाकी जिंदगी इधर-उधर घिसटते हुए बिताई।इस कहानी का मोरल है कि जिंदगी बगैर संघर्ष के अपंग हो जाती है।
एक बार यात्री अपने महीनों
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